क्रोध एक शक्ति के रूप में
क्रोध को दबे हुए बीज एवं कोयले की भांति सकारात्मक शक्ति का रूप देकर प्रयोग किया जाए तो वही क्रोध जो विनाशक होता है वह जीवन के लिये सृजनात्मक सिद्ध हो सकता है । यथा दबा हुआ बीज विषमता में ही अंकुरित हो वृक्ष रूप धारण कर फलकारक हो जाता है ।
दबा हुआ कोयला वातवरण को पाकर धड़कने लग जाता है । अतः क्रोध को संभालना सीखें ।
डॉ आशीष जैन शिक्षाशास्त्री
क्रोध को दबे हुए बीज एवं कोयले की भांति सकारात्मक शक्ति का रूप देकर प्रयोग किया जाए तो वही क्रोध जो विनाशक होता है वह जीवन के लिये सृजनात्मक सिद्ध हो सकता है । यथा दबा हुआ बीज विषमता में ही अंकुरित हो वृक्ष रूप धारण कर फलकारक हो जाता है ।
दबा हुआ कोयला वातवरण को पाकर धड़कने लग जाता है । अतः क्रोध को संभालना सीखें ।
डॉ आशीष जैन शिक्षाशास्त्री
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